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हरियाणा रोडवेज बसों में शोपीस बने हैं फस्र्ट एड बॉक्स

हरियाणा रोडवेज बसों में शोपीस बने हैं फस्र्ट एड बॉक्स


 बल्लभगढ़, नितिन बंसल,फूल सिंह चौहान। जहां एक और शहर में और देश में कोरोनावायरस का कहर छाया हुआ है वहीं दूसरी और हरियाणा रोडवेज की बसों में लगे हुए फास्ट ऐड़ बॉक्स शोपीस साबित हो रहे हैं जिनमें ना तो यात्रियों के लिए सैनिटाइजर है और ना ही कोई दवाई, यह लचल कार्यपद्धति  हरियाणा रोडवेज अधिकारियों की लापरवाही को दर्शाता है जिला परिवहन विभाग की बसों में लगे फस्ट ऐड बाक्स शो-पीस बन चुके हैं। ऐसे में यदि कोई हादसा हुआ या फिर किसी यात्री को किसी कारणवश चोट लगी तो उसे तुरंत प्राथमिक उपचार भी नहीं मिल सकेगा। करने के बावजूद फस्ट ऐड बाक्स (प्राथमिक उपचार का डिब्बा) को दवाएं नसीब नहीं हो रही हैं। दरअसल, हर साल सरकार द्वारा दवाओं के लिए लाखों रुपए खर्च  स्थिति यह है कि


विभाग के कर्मचारियों द्वारा इन बाक्सों का इस्तेमाल निजी सामान रखने के लिए किया जा रहा है। जबकि नियमानुसार यदि बस में सफर के दौरान  किसी व्यक्ति को चोट लग जाए या अन्य कोई  छोटी-मोटी परेशानी हो जाए तो इस बाक्स में रखी दवाओं का प्रयोग किया जाता है लेकिन इसके बावजूद जिले के अधिकारी मामले को लेकर गंभीर नहीं है। गौरतलब है कि रोडवेज विभाग द्वारा लगभग सभी बसों में फस्ट ऐड बाक्स का प्रबंध किया जाता है जिससे मुसीबत के वक्त यात्री को प्राथमिक उपचार की सुविधा मुहैया कराई जा सके। लेकिन विभागीय खामियों के चलते बसों में फस्ट ऐड बाक्स केवल बसों की शोभा बढ़ाने के लिए काम आ रहे हैं ना कि दवाएं को रखने के लिए। जबकि में रोडवेज दवाओं को खरीदने के लिए लगभग हर वर्ष लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं जिससे यात्रियों को विभाग बेहतर सुविधाएं दे सके। परन्तु इसके बाद भी अधिकारियों द्वारा बसों में दवाएं की स्थिति को गंभीरता से नहीं लिया जाता है। इस संदर्भ में महत्वपूर्ण बात यह है कि स्वंय विभागीय अधिकारियों का मानना है कि विभाग के पास बजट को लेकर कोई समस्या है तथा आवश्यकतानुसार दवाओं को खरीद लिया जाता है। ऐसे में देखने योग्य बात यह है कि विभाग द्वारा दवाओं की खरीद के बाद फस्ट ऐड बाक्स में दवाएं क्यों नहीं रखी  जाती हैं। इस समस्या की जानकारी परिवहन मंत्री व विधायक मूलचंद शर्मा जी को दी जा चुकी लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है लगता है मंत्री जी भी किसी बड़ी घटना का इंतजार करें







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