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एस्कार्टस की सीलिंग करने व खोलने में जमकर हुई ड्रामेबाजी, कैसे माने MCF अधिकारी

विशेष संपादकीय
फूल सिंह चौहान / नितिन बंसल। फरीदाबाद की सबसे पुरानी कंपनी एस्कॉर्ट में बेहद ही नाटकीय अंदाज में नगर निगम ने वीरवार को सुबह देश के जाने माने एस्कार्टस उद्योग के मुख्यालय को सील कर दिया। एस्कार्टस पर निगम का हाऊस टैक्स के तौर पर करीब 4 करोड़ 44 लाख रुपए बकाया हैं। सीलिंग की इस कार्रवाई की खबर फैलते ही फरीदाबाद सहित एनसीआर के उद्योग जगत में हडकंप मच गया। पंरतु इस कार्रवाई के बाद दोपहर होते होते निगम ने अचानक एस्कार्टस मुख्यालय की सील को खोल दिया। बाद में पता चला कि कंपनी की ओर से निगम प्रशासन को लिखित तौर पर आश्वासन दिया है कि जल्द ही बकाया राशि को जमा करवा दिया जाएगा। इस आश्वासन के बाद निगम ने सील खोल दी। वहीं शहर में चर्चा है कि एस्कार्टस पर सील होने की कार्रवाई के बाद निगम प्रशासन व सरकार में हडकंप मच गया। संभवतय ऊपरी प्रेशर में सील को खोलने के आदेश दिए गए। वहीं दूसरी ओर इसी तरह से हाल ही में बकाया रकम जमा ना करवाने वाले कई संस्थानों को भी सील किया गया है, पंरतु उन्हें एस्कार्टस की तरह से लिखित आश्वासन से सील खोलने की राहत नहीं दी गई। बता दें कि वीरवार की सुबह देश की जानी मानी कंपनी एस्कार्टस समूह के मुख्यालय(कारपोरेट हाऊस) को सील कर दिया गया। स्वर्गीय राजन नंदा के पुत्र निखिल नंदा की इस कंपनी पर करीब चार करोड़ 44 लाख रुपए का हाऊस टैक्स बकाया है। जिसे ना चुकाने पर निगम प्रशासन ने सीलिंग की बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। निगम के ओल्ड जोन के ज्वाइंट कमिश्नर वीरेंद्र चौधरी एवं जेडटीओ अनिल रखेजा के नेतृत्व में टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया | मथुरा रोड पर स्थित एस्कार्टस कंपनी के इस मुख्यालय पर सीलिंग होते ही उद्योग जगत में हडकंप मच गया।  उल्लेखनीय है कि नंदा समूह की अगुवाई वाली यह कंपनी कभी फरीदाबाद के उद्योग जगत की रीड होती थी। समूचा शहर एस्कार्टस उद्योग के बूते चला करता था। फरीदाबाद को औद्योगिक शहर का रूतबा दिलवाने में एस्कार्टस समूह की भागेदारी को नकारा नहीं जा सकता। मगर पिछले कुछ सालों से यह उद्योग लगातार हाशिए पर जा रहा है। इस समूह के कई उद्योग बेचे जा चुके हैं। इनमें प्रमुख तौर पर जेसीबी उद्योग एवं एस्कार्टस अस्पताल का नाम भी शामिल है। इस उद्योग समूह के राजनैतिक व फिल्म जगत में निकट संबंध हैं। एस्कार्टस समूह के मौजूदा कप्तान निखिल नंदा की माताजी रितु नंदा देश के फिल्म उद्योग से संबंध रखने वाले प्रख्यात कपूर खानदान की बेटी हैं तो खुद निखिल नंदा सुपर स्टार अमिताभ बच्चन के दामाद हैं। निखिल नंदा की माताजी रितु नंदा का हाल ही में निधन हुआ है।  बता दें कि ना केवल फिल्म जगत ही नहीं बल्कि नंदा परिवार का रिश्ता राजनैतिक स्तर पर भी किसी से छुपा नहीं है। हालांकि इस कंपनी पर नगर निगम की यह राशि कई वर्षों से बकाया थी। निगम प्रशासन के अनुसार एस्कार्टस कारपोरेट पर 4 करोड़ 44 करोड़ रुपए का हाऊस टैक्स वसूलने के लिए कई बार नोटिस भेजे गए हैं। पंरतु निगम के इन नोटिसों के बावजूद बकाया जमा नहीं किया गया। इस राशि की वसूली के लिए ही वीरवार को सुबह ओल्ड नगर निगम की टीम ने कंपनी पर जाकर सीलिंग की कार्रवाई को अंजाम दिया है। जोनल टैक्सटेशन आफिसर अनिल रखेजा ने बताया कि सीलिंग की कार्रवाई के बाद एस्कार्टस के अधिकारियों ने निगम प्रशासन से संपर्क साधकर लिखित तौर पर आश्वासन दिया है कि जल्द ही बकाया राशि जाम करवा दी जाएगी। इस आश्वासन के बाद एस्कार्टस की सीलिंग खोल दी गई है। हाऊस टैक्स माफ करवाना चाहता है एस्कार्टस पता चला है कि एस्कार्टस समूह हाऊस टैक्स की इस राशि को माफ करवाने के चक्कर में है। निगम के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तत्कालीन आयुक्त अनीता यादव के कार्यकाल में समूह के अधिकारियों ने इस राशि की माफी के लिए भरसक प्रयास किए थे। मगर अधिकारियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए। यही कारण है कि एस्कार्टस समूह ने यह राशि जमा नहीं करवाई। लेकिन सीलिंग का झटका लगने के बाद देखना अब यह है कि इस प्रकरण में कंपनी द्वारा क्या रूख अपनाया जाता है।

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