लॉक डाऊन : झुग्गियों में रहने वाली मजदूर व गरीब जनता को नहीं हो रही सहायता मुहैया।
बल्लभगढ़, नितिन बंसल और फूलसिंह चौहान की विशेष रिपोर्ट। शहर में करोना महामारी से सरकार द्वारा जो लॉक डाउन लगाया हुआ, उसे आज 10 दिन हो गए हैं। इन 10 दिनों में लोगों ने अपने आप को घरों में ही बंद रख रखा है जिससे कि यह महामारी ना पहले साथ ही साथ सरकार द्वारा खाद्य सामानों के लिए समय साराी भी निश्चित कर दी गई है, उस पर लोग पूरा तरीके से पालन भी कर रहे हैं लेकिन सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों को तो सहायता मुहैया करवा दी गई है लेकिन फरीदाबाद की कई झुगियों में रहने वाली मजदूर व गरीब जनता को सहायता मुहैया नहीं हुई। ये झुग्गियां गुडईयर, आजाद नगर झुगिगयां व सेक्टर 4, सेक्टर 62 की झुग्गी बस्ती है जिनको सरकार द्वारा कोई भी सहायता मुहैया नहीं करवाई। यहां पर रहने वालों का कहना है कि यहां के मंत्री और विधायक एक बार भी उनकी सुध लेने के लिए नहीं आई उन्हें सरकार की सहायता के लिए इंतजार कर रहे हैं। यहां तक कि कोई भी सामाजिक संस्थाएं भी इन झुग्गी झोपड़ी तक नहीं पहुंच पा रही। खेड़ी गांव के पास बब्बू कॉलोनी नाम से झुग्गी बस्तियों को सरकार द्वारा कोई मदद नहीं की गई। यही नहीं सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की एक शिकायत सुनने में मिली है जहां एक और सरकार गरीबों को 3 महीने का राशन मुफ्त देने का ऐलान कर चुकी है लेकिन फरीदाबाद की किसी भी झुगी बस्ती को कोई भी राशन मुफ्त नहीं मिला है। इन झुग्गी झोपड़ियों में कई लोगों के अभी राशन कार्ड कॉ नहीं बने है। बाबूूू कॉलोनी निवासियों ने बताया कि आज से 6 महीने 7 महीने पूर्व बचों सिंह नामक प्रधान ने जो एमसीएफ में कार्यरत है उसने उनके राशन कार्ड बनवाए थे। लॉक डाउन से पहले तो उहें राशन मिल रहा था लेकिन लॉक डाउन के बाद उहें यह राशन मिलना बंद हो गया, जब उहोंने डिपो होल्डर असद से बात की तो उहोंने कहा कि आपका राशन कार्ड पर राशन नहीं मिलेगा और यह राशन कार्ड वैलिड नहीं है जबकि इससे पहले भी 5 महीने पहले से राशन ले रहे थे। ये डिपो होल्डर खेड़ी गांव का बताया जा रहा है जो अपनी मनमानी के चलते गरीबों को राशन देने से मना कर रहा है और गरीबों को किसी शिकायत करने के लिए मना भी करता है।
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