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कोरोना महामारी से निपटने के लिए उद्गीथ प्राणायाम जरूरी - आचार्य प्रेमलता चिकारा

उद्गीत प्राणायाम करके दिखाती हूं योग आचार्य प्रेमलता चिकारा।                                       


फरीदाबाद नितिन बंसल,(ब्यूरो)
फूलसिंह चौहान।
आज पूरा दिन कोरोना जैसी महामारी की चपेट में आया हुआ है और सभी लोग लॉक डाउन के चलते घरों में ही बंद है हमें अपनी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योगासन जरूरी है तभी हम इस महामारी से विजय प्राप्त कर सकते है बल्लमगढ़ की योग महिला प्रेमलता चिकारा का कहना है कि योग करके ही हम अपने मन को और अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं उन्होंने यह भी कहा प्राणायाम,अलोम विलोम,उदित प्राणायाम,सूर्य नमस्कार जैसे आसन करने से हमारे मन को और हमारे शरीर को ताकत मिलती है विभिन्न  संस्थाओं ने कहा कि कोरोना पर विजय के लिए हमें  योगासन और प्राणायाम का अभ्यास करने से हमें कोरो ना पर विजय प्राप्त होगी उद्गीथ प्राणायाम करता है तनाव मुक्त  3 से  5 सेकंड में श्वास को एक लय के साथ अंदर भरना एवं पवित्र ओउम शब्द का विधिवत उच्चारण करते हुए लगभग 15-20 सेकंड में श्वास को बाहर छोड़ना। 3 मिनट की एक आवृत्ति में लगभग 7 बार  प्रत्येक व्यक्ति  इस प्राणयाम का अभ्यास करें।प्रेमलता चिकारा  महिला पतंजलि योग समिति, जिला प्रभारी का कहना है कि उद्गीथ  प्राणायाम से नाड़ियों की स्पन्दन गति ,  श्वास गति, ऑक्सीजन की खपत, तथा निरंतर उत्पन्न हुए पसीने में कमी आती है ।तनाव ग्रस्त, निराश, हताश  व विक्षिप्त व्यक्ति को इस अभ्यास से लाभ मिलता है। कोरोना महामारी के चलते पांच प्राणायाम इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाते है । रोज भस्त्रिका, कपालभाति ,अनलोम विलोम, भ्रामरी, उद्गीत  जरूर करें ।योगासन और प्राणायाम महा मारी से लड़ने में सहायक सिद्ध होते हैं।

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