बल्लभगढ़ शहर में अतिक्रमण की समस्या काफी पुरानी है। यह समस्या गत विधानसभा चुनावो के दौरान और फलीफूली। इन दिनों शहर में अतिक्रमण के कारण ट्रैफिक जाम की समस्या ने विक्राल रूप धारण किया हुआ है। आये दिन समाचारपत्र अतिक्रमण व अतिक्रमण के कारण ट्रैफिक जाम की ख़बरों से भरें पड़े रहते हैं। प्रशासन द्वारा की गई अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही कोई असर न छोड़ने के कारण साफ खानापूर्ति दिखाई देती I नागरिकों में अतिक्रमण के रोष बढ़ रहा था लोग सोशल मिडिया के माध्यम से भी अपना रोष दिखा रहे थे। निगम अधिकारी पुलिस पर, व पुलिस अधिकारी निगम अधिकारीयों पर, अतिक्रमण की जिम्मेदारी डाल रहें थे आख़िरकार जनता का रोष काम आया नई सरकार के अपने कार्यभार सम्भलने के पश्चयात खैर देर से ही सही आला अधिकारीयों को अपनी जिम्मेदारियों का अह्सास हुआ। अपने नैतिक फर्ज को निभाते हुए गत दिवस बल्लभगढ़ के एसडीएम त्रिलोक चंद नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर गगनदीप सिंह और एसीपी बल्लभगढ़ जयवीर राठी के साथ मिलकर व्यापारियों की एक बैठक बुलाई जिसमें दर्जनों व्यापारी मौजूद थे। अधिकारियों ने सभी व्यापारियों को आगाह कर चेताया कि शहर की सड़कों पर जाम बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शहर में अवैध कब्जा करने दुकानदारों व और लोगों से अपनी दुकानों के सामने रेहड़ी व पटरी लगवाकर शहर को जाम करने वाले दुकानदारों के खिलाफ स्थानीय प्रशासन अब सख्ती से निपटेगा। नगर निगम प्रशासन अधिकारियों के साथ मिलकर ना केवल इनके चालान कटेगा बल्कि नाफरमानी करने वाले दुकानदारों के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया जा सकता है।
बल्लभगढ़ के एसडीएम त्रिलोक चंद ने व्यापारियों को 5 दिन का समय दिया जाएगा और जाम को खत्म करने के लिए नगर निगम शहर में मुनादी करवाएगा। मुनादी करवाने के बाद भी यदि बल्लभगढ़ की चावला कॉलोनी, बस अड्डा मार्केट, बस स्टैंड के पास, आंबेडकर चौक न्यू कॉम्लेक्स मार्किट, मेन बाजार और तमाम ऐसी जगहों पर रोड पर जहां से अतिक्रमण की अधिकतर शिकायतें आती हैं अगर पाया गया अतिक्रमण तो उनके खिलाफ चालान किया जाएगा। एसडीएम त्रिलोक चंद ने बताया एक साथ वह व्यापारियों पर एक्शन नहीं करना चाहते इसीलिए आज व्यापारियों की उन्होंने बैठक बुलाई है। बैठक में रोड पर खड़े रहने वाले ऑटो सड़कों पर अतिक्रमण करके लगने वाले जाम को लेकर खास तौर पर चर्चा की गई है इस सारी योजना को सफल बनाने के लिए शहर के प्रमुख 10 व्यापारियों की एक कमेटी का भी गठन किया गया है जिसमें पूर्व पार्षद दयाचंद यादव, प्रेम खट्टर, मूलचंद सिंगला, महेश मित्तल आदि प्रमुख रूप से शामिल है। पार्षद दीपक चौधरी जो कि अभी विधानसभा चनावों में 19000 वोट पा परिवहन मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा को कड़ी चुनौती देने में सफल रहे से अतिक्रमण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि दुकानदारों के साथ बातचीत कर प्रशासन ने जो एक अच्छी पहल की है उसके परिणाम भी अच्छे आने की आशा है। इस समस्या का समाधान सख्त कार्रवाई से नहीं बल्कि दुकानदारों व नागरिकों को साथ लेकर ही निकलेगा और वह इसकी सराहना करते है। साथ ही उन्होने यह भी कहा कि दुकानदारों को अपनी जिम्मेदारी को समझ प्रशासन का सहयोग करना चाहिए ताकि अपने शहर व बाज़ार में आने वाले लोगों व ग्रहाकों को सुगमता हो ताकि बाजार में ग्रहाकी बढ़ सके।
अब देखने वाली बात यह होगी की शहर के अम्बेडकर चौक पर निगम द्वारा स्थापित न्यू कॉम्लेक्स मार्किट जहाँ राजनेतिक संरक्षण प्राप्त एक रेस्टोरेंट मालिक व कुछ दुकानदारों द्वारा मार्किट पार्किंग पर बैरीकेट, मोटर साइकिल व समान लगाकर, शौचालय की जमीन पर कवाड़ डालकर, मार्किट में मंदिर के लिए अलाट जमीन पर कोयले का भंडार कर, मार्किट की पतली गली (आने जाने के रास्ते पर स्थाई बंध लगाकर) व निगम की बहुमूल्य जमीन पर जनरेटरों द्वारा कव्जा किया हुआ हैI व मेन बाज़ार में स्थापित व राजनीती में दखल रखने वालें रसूखदार दुकानदारों व लालाओं जिन्होंने स्वयं सड़क पर अपनी दुकान का सामान सजातें है या फिर और लोगों से अपनी दुकानों के सामने रेहड़ी व पटरी लगवाकर शहर को अतिक्रमण ग्रस्त करने में प्रमुख भूमिका है इन पर प्रशासन कोई कार्यवाही करने की हिम्मत जुटा पता है या नहीं..?
फूलसिंह चौहान की रिपोर्ट
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